परमाणु विद्युत
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- भारत में परमाणु विद्युत की कुल स्थापित क्षमता कुडानकुलम (तमिलनाडु) के दोनों रिएक्टरों के संचालित होने के बाद जुलाई, 2019 में 6780 मेगावाट हो गयी है |
- वर्ष 2002 में भारतऔर रूस के मध्य तमिलनाडुराज्य केतिरूनेलवेल्ली जिले केकुडानकुलम में दो परमाणु रिएक्टर स्थापित करने का समझौता हुआ था | इसके तहत तय किया गया था कि रूसी तकनीकि के सहयोग से भारत में एक-एक हजार मेगावाटके दो परमाणु रिएक्टर स्थापित किये जायेंगे |
- भारत में कुडानकुलम परमाणु रिएक्टर के स्थापित होने से पूर्व परमाणु विद्युत की कुल स्थापित क्षमता लगभग 4780 मेगावाट थी जो अब बढ़कर 6780 मेगावाट हो गई है |
- देश में विद्युत की कुल संस्थापितक्षमता 360456 मेगावाट है |इसमें तापीय विद्युत का हिस्सा सर्वाधिक अर्थात्227644 मेगावाट (लगभग 63%) है |इसके साथ ही भारत में विद्युत उत्पादन में नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable energy) का योगदान लगभग 80633 मेगावाट (22%),जलविद्युत 45,399 मेगावाट (12.6%) तथापरमाणु विद्युत का योगदान 6780 मेगावाट (1.9%) है |
- इस प्रकार विद्युत उत्पादन में परमाणु विद्युत का ताप विद्युत, नवीकरणीय ऊर्जा तथा जल विद्युत के पश्चात् देश मेंचौथा स्थान है |
- वर्तमान में देश में कुल 22 परमाणु रिएक्टर संचालितहैं | कुडानकुलम (तमिलनाडु) के दोनों परमाणु रिएक्टरों के संचालित होने के बाद देश में परमाणु विद्युत उत्पादन क्षमता 6780 मेगावाट हो गई है | देश का 21वां और 22वां परमाणु रिएक्टर कुडानकुलम (तमिलनाडु)में स्थापित किया गया था |
- भारत में परमाणु विद्युत उत्पादन के संबंध में नीतियां बनाने के लिए परमाणु ऊर्जा आयोग(Neuclear Power Commission) की स्थापना 1948 ई० में की गयी थी |इसके पश्चात् परमाणु विद्युत उत्पादन करने के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग की स्थापना 1954 ई० में की गयी थी |
- भारत में परमाणु ऊर्जा अनुसंधान(Neuclear Power Research) के जनकडॉ० होमी जहांगीर भाभा हैं |
- डॉ० होमी जहांगीर भाभा के प्रयासों से ही भारत में परमाणु ऊर्जा अनुसंधान(Neuclear Power Research) का कार्य प्रारम्भ हुआ था और डॉ० होमी जहांगीर भाभा के प्रयास से ही भारत में 1948 ई० में परमाणु ऊर्जा आयोग(Neuclear Power Commission)की स्थापना की गयी थी |
- भारत में परमाणु ऊर्जा पर अनुसंधान करने के लिए भाभा परमाणु ऊर्जा अनुसंधान (Bhabha Atomic Research Center) की स्थापना ट्रॉम्बे (मुम्बई के निकट) में की गयी थी |
- ट्रॉम्बे में ही भारत का प्रथम परमाणु रिएक्टर स्थापित किया गया था | इसका नाम अप्सरा रखा गया था |
- भारत में प्रथम परमाणु विद्युत संयन्त्र(Neuclear Power Plant)की स्थापना 1969 ई० में महाराष्ट्र के तारापुरमें अमेरिका के सहायता से की गयी थी | इसी के साथ 1969 ई०में भारत में परमाणु बिजली उत्पादन का कार्य प्रारम्भ हो गया था|
- भारत में वर्तमान समय में आठ परमाणु विद्युत गृह की स्थापना की जा चुकी है | जिसमें भारत के 22 परमाणु रिएक्टर क्रियाशील हैं |
परमाणु विद्युत गृह | राज्य | वर्ष | सहयोगी देश | |
तारापुर | महाराष्ट्र | 1969 | अमेरिका | |
रावतभाटा | राजस्थान (चित्तौड़गढ़) | – | कनाडा | |
काकरापारा | गुजराज (सूरत) | – | – | |
जैतपुरा | महाराष्ट्र (रत्नागिरी) | – | फ्रांस | |
नरौरा | उत्तर प्रदेश (बुलंदशहर ) | 1989 | – | |
कलपक्कम | तमिलनाडु (चेन्नई) | एकमात्र स्वदेशी रिएक्टर | ||
कैगा | कर्नाटक | भारत का 20 वां परमाणु रिएक्टर फ्रांस की सहायता से स्थापित | ||
कुडानकुलम | तमिलनाडु (तिरुनेलवेल्ली) | रूस | ||
- कलपक्कम परमाणु गृह को ही इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधानकेन्द्र भी कहते हैं |
- भारत का 21वां एवं 22वां परमाणु रिएक्टर कुडानकुलम(तमिलनाडु)में स्थापित किया गया है |
- वर्ष 2010 में भारत ने फ्रांस के साथ मिलकर महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले में परमाणु रिएक्टर स्थापित करने हेतु समझौता किया था |
SHIVAM RAJ
May 16, 2020, 12:32 pmSir , world geography ka bhi PDF provide karaye.